Monday, February 21, 2011

Intajar

मत इंतज़ार कराओ हमे इतना,  कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये, क्या पता कल तुम लौटकर आओ, और हम खामोश हो जाएँ, दूरियों से फर्क पड़ता नहीं, बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है, दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है, वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है, दिल से खेलना हमे आता नहीं, इसलिये इश्क की बाजी हम हार गए, शायद मेरी जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हें, इसलिये मुझे जिंदा ही मार गए, मना लूँगा आपको रुठकर तो देखो,, जोड़ लूँगा आपको टूटकर तो देखो।, नादाँ हूँ पर इतना भी नहीं ,, थाम लूँगा आपको छूट कर तो देखो।, लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है,, कोई करता है तो इल्जाम देते है।, कहते है पत्थर दिल रोया नही करते,, और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है।, भीगी आँखों से मुस्कराने में मज़ा और है,, हसते हँसते पलके भीगने में मज़ा और है,, बात कहके तो कोई भी समझलेता है,, पर खामोशी कोई समझे तो मज़ा और है…!, मुस्कराना ही ख़ुशी नहीं होती,,उम्र बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,, दोस्त को रोज याद करना पड़ता है, क्योकि दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं हो, मत इंतज़ार कराओ हमे इतना, कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये, क्या पता कल तुम लौटकर आओ, और हम खामोश हो जाएँ, दूरियों से फर्क पड़ता नहीं, बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है, दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है, वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है, दिल से खेलना हमे आता नहीं, इसलिये इश्क की बाजी हम हार गए, शायद मेरी जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हें, इसलिये मुझे जिंदा ही मार गए, मना लूँगा आपको रुठकर तो देखो,, जोड़ लूँगा आपको टूटकर तो देखो।, नादाँ हूँ पर इतना भी नहीं ,थाम लूँगा आपको छूट कर तो देखो।, लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है,, कोई करता है तो इल्जाम देते है।, कहते है पत्थर दिल रोया नही करते,, और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है।, भीगी आँखों से मुस्कराने में मज़ा और है,, हसते हँसते पलके भीगने में मज़ा और है,, बात कहके तो कोई भी समझलेता है,, पर खामोशी कोई समझे तो मज़ा और है…!, मुस्कराना ही ख़ुशी नहीं होती,, उम्र बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,,दोस्त को रोज याद करना पड़ता है, क्योकि दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं हो..........................

Ab Kya Baki Raha

अब क्या लिखें हम कागज़ पर, अब लिखने को क्या बाकी है !! इक दिल था सो वो टूट गया, अब टूटने को क्या बाकी है !!

इक शक्स को हम ने चाहा था, इक रेत पे नक्श बनाया था !! वो रेत तो कब कि बिखर चुकी, वो नक्श कहाँ अब बाकी है !!

जो सपने हमने देखे थे काग़ज़ पर सारे लिख डाले !! वो सारे काग़ज़ फिर हम ने दरिया के हवाले कर डाले !!

वो सारे ख्वाब बहा डाले, वो सारे नक्श मिटा डाले !! अब ज़हां है खाली नक्शों का, कोई ख्वाब कहाँ अब बाकी है !!

हम जिनको अपनी नज़मो का, लफ्ज बनाया करते थे !! लफ्जों का बना कर ताजमहल, काग़ज़ पर सजाया करते थे !!

वो हम को अकेला छोड़ गए, सब रिश्तों से मुंह मोड़ गए !! अब रास्ते सारे सूने हैं, वो प्यार कहाँ अब बाकी है !!

अब क्या लिखें हम कागज़ पर, अब लिखने को क्या बाकी

JIndgi Ka Ak Kadva such

जिन्दगी ये किस मोड पे ले आयी है , ना मा, बाप, बहन , ना यहा कोई भाई है . हर लडकी का है Boy Friend, हर लडके ने Girl Friend पायी है , चंद दिनो के है ये रिश्ते , फिर वही रुसवायी है .

घर जाना Home Sickness कहलाता है , पर Girl Friend से मिलने को टाईम रोज मिल जाता है .दो दिन से नही पुछा मां की तबीयत का हाल , Girl Friend से पल - पल की खबर पायी है, जिन्दगी ये किस मोड पे ले आयी है .....

कभी खुली हवा मे घुमते थे , अब AC की आदत लगायी है . धुप हमसे सहन नही होती , हर कोई देता यही दुहाई है .

मेहनत के काम हम करते नही , इसीलिये Gym जाने की नौबत आयी है . McDonalds, PizaaHut जाने लगे, दाल- रोटी तो मुश्कील से खायी है . जिन्दगी ये किस मोड पे ले आयी है .....

Work Relation हमने बडाये , पर दोस्तो की संख्या घटायी है . Professional ने की है तरक्की , Social ने मुंह की खायी है. जिन्दगी ये किस मोड पे ले आयी है

Gaazal

Yuoon lagne Lagi Aajkal Zindgaani, Jase Kahin Chuod De Degi Jawaani Khaan se khaan Aa Gaye Chalte Chalte Badi Bhaat Roup Ki Meharbaani, Kabhi Kahani Thi Ye Zindgaani Ab Gajal ban Gahi hai Meri Zindgaani Idher Udher Dounti Hai Kisi Ko Nazer  Yahi Hai Meri Zindgaani Nazer Nazer Main Zindagi Ban Gahi Hai Nazraani Kabhi Hume Pyaar Tha Hai Jindgaani Ab Jindgaani Se Rusya E Apno Ke Paas Apno se Doori Yahi Hai Meri Zindgaani Yesa Na Ho Kisi Ke Saath Ye Hai Kudrat Ke MeharBaani Socha na tha Ki Kisi Ke Pyaar Me  Dubha Hai Ye Zindgaani Ab Gajal Bhan Gayi Meri Zindgaani Kabhi Jaqm Kabhi Phool Thi Meri Zindgaani Kabhi Nasoor Kabhi Wafa Thi Meri Zindgaani Zindgaani Se Sikya Hai Kisko Yahi Thi Kismat Ke Mehbhaani SochKe Samnder Me Dubha Kahi Salo Se Kisi Hoti Hai Zindgaani Dhadkan Ka ehsaas Hoti hai Zindgaani Har Lamha Hoti Hai Zindgaani Buj Na Sakti Hai jo Sansoo Ke Rehte Jindagi Ke Ahas Hoti Hai zindgaani Se  Ab Na Asha Hai Nazer Pe Na paas Hai Zindgaani Gila hai Kisko Zindgaani Pe Kyunki Ab Gajal Bhan Gahi Hai Meri Zindgaani Gajal Bhan Gahi Hai Meri Zindgaani.......................

Saturday, February 19, 2011

Cricket Would Cup 2011

Vohhhhhh... kal ka match dekh kar mano dil hi khush ho gya,  sehwag..ne jo Runo ki barsat ki .......
Ap ko pata hi hoga ki pichle would cup me India Bangladesh se harne ke bad hi woukd cup se Bahar hue thi..
Sehwag ne apne runo se bol diya hai es bar  KARARA JABAB diya jaye ga......kisi bhi team ko chode ge nahi......
             1983 ke would cup me Kapil dev ne bhi 175 run ki sandar pari kheli thi....ab es bar Sehwag ne bhi 175 Runo ki sandar pari kheli hai kya lagta hai .......es Bar India hi would cup Jitegi.......par ak bat our bhi hai 1983 ke would cup me Kapil dev Not out 175 run banaye the Sehwag to out hi ho gye the .....Acha hua sehwag out ho gye nahi to Sachin ke 200 run khatre me pad gaye the......

Zindgi

Zindgi ki Raho me muskile to aye gi Bahut,...
Kitni bhi ho muskile tere raho me ...
muskilo se piche hatna....nahi.....
Manjil tak pahuchne Se pahle Apna rasta na badalna ......

Wednesday, February 16, 2011

Pyaar To Pyaar Hai, Pyaar Ko Hum Pyaar Karein,
Dil To Dil Hai, Jisko Hum Bekarar Karein,
Mohabbat To Faqt Ek Arzoo Hai Tumhe Pane Ki,
Aap To Aap Hai Jis Par Jaan Nisar Hum Karein…

IPL...

IPL 5 me bhi dhoni ne bata diya ki me hi hu jo team India ho ya me kisi bhi team ka captain rahu har nhi manuga..suruwat achi na rahe to na...